महाविद्यालय के विद्यार्थियों के बहुमुखी विकास हेतु निम्नानुसार ऐच्छिक क्रिया-कलाप सम्बन्धी सुविधायें उपलब्ध हैं-

कम्प्यूटर प्रयोगशाला

महाविद्यालय में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए एक सुविकसित कम्प्यूटर प्रयोगशाला है। जिसमें ब्रॉंड बैण्ड इण्टरनेट एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधाएं उपलब्ध है।

दत्त कार्य

विद्वान प्राध्यापकों द्वारा तैयार किये गये Assignment Papers(दत्त कार्य) छात्रों को इस आशय से वितरित किये जायेंगे कि छात्र उन प्रश्नों को हल कर अपने-अपने विषय के प्राध्यापकों को दिखाकर आवश्यक एवं अपेक्षित सुधार कर अपनी विषय की पढाई पूरी करें ।

एन.सी.सी.(NCC)

महाविद्यालय में स्नातक स्तर पर 50 कैडिट की एक इकाई शिक्षक अधिकारी के निर्देशन में संचालित कराए जाने हेतु महाविद्यालय प्रशासन प्रयासरत है।

शुल्क मुक्ति

योग्य तथा निर्धन विद्यार्थियों को नियमानुसार शुल्क मुक्ति सुविधा दी जाती है। शुल्क मुक्ति शैक्षिक योग्यता, आवश्यकता के आधार पर गत कक्षा के प्राप्तांक और संरक्षक की आय को द्रष्टिगत रखते हुए उपलब्ध करायी जाती है।

परिचय-पत्र

मुख्य शास्ता द्वारा सत्यापित एवं हस्ताक्षरित, उसी शैक्षिक सत्र हेतु मान्य, परिचय-पत्र प्रत्येक विद्यार्थी को दिया जाता हैै। परिचय-पत्र हर समय विद्यार्थी के पास रहना अपेक्षित है। परीक्षा में प्रवेश लेने, कार्यालय में शुल्क जमा करने, प्रमाण-पत्रादि प्राप्त करने, आवेदन पत्र अग्रसारित कराने, पुस्तकालय कार्ड व पुस्तकें प्राप्त करने, अथवा किसी भी उत्सव/अवसर पर महाविद्यालय अधिकारी/प्राध्यापकों द्वारा माँग करने पर विद्यार्थीयों द्वारा परिचय-पत्र प्रस्तुत किया जाना अनिवार्य है। प्रस्तुत न कर पाने की स्थिति में उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकती है।
परिचय-पत्र खो जाने पर डुप्लीकेट परिचय-पत्र न्यायालय के नोटरी/ओथ कमिश्नर द्वारा सत्यापित प्रमाण-पत्र/पुलिस स्टेशन पर प्राथमिकी दर्ज कराये जाने का प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने पर महाविद्यालय कार्यालय में रु 30/- जमा कर प्राप्त किया जा सकता है। शुल्क जमा करने के पश्चात् अगली कार्यवाही हेतु मुख्य शास्ता से सम्पर्क किया जाना होगा ।

पुस्तकालय

महाविद्यालय में कला संकाय में अध्यापित समस्त विषयों की पुस्तकों का एक अत्याधुनिक एवं सुव्यवस्थित पुस्तकालय है। विद्यार्थी पुस्तकालय से एक बार में दो पुस्तकें प्राप्त कर सकते हैं। कोई भी छात्र अपने पास दो से अधिक पुस्तकें नहीं रखेगा । ये पुस्तकें उसे 15 दिन के लिए निर्गत की जायेंगी। पुस्तकें समय से न लौटाने पर प्रति पुस्तक एक रूपया प्रतिदिन की दर से लिए निर्गत की जायेंगी । पुस्तकों में किसी भी प्रकार की क्षति होने पर, पृकठ गायब होने पर अथवा खो जाने पर उसकी पूर्ति का दायित्व सम्बन्धित छात्र का होगा। प्रत्येक विद्यार्थी को परीक्षा से पूर्व सभी पुस्तकें जमा करना अनिवार्य है। पुस्तकें जमा न करने पर उन पुस्तकेां का नवीनतम मूल्य जमा करना होगा। संदर्भग्रन्थ, शब्द-कोश, विश्वकोश आदि किसी विद्यार्थी को निर्गत नहीं किए जायेंगे। पुस्तकालय में विषयों के अतिरिक्त अन्य प्रतियोगी, धार्मिक, आध्यात्मिक, तकनीकी व प्रतियोगी पुस्तकें उपलब्ध है। शासन द्वारा RUSA के अन्तर्गत से महाविद्यालय की लाईब्रेरी को ई-लाईब्रेरी के रूप में विकसित किया जा चुका है जिससे छात्र-छात्राएं और अधिक सुविधाजनक रूप से लाभान्वित हो सकेंगे।

वाचनालय

छात्र/छात्राओं के ज्ञानवर्धन हेतु वाचनालय की भी व्यवस्था है जिसमें चार हिन्दी व अंग्रेजी समाचार पत्र एवं कई ज्ञानवर्धन पत्रिकाएं मंगायी जाती है। विद्यार्थी इनका अध्ययन करके लाभ उठा सकते हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

महाविद्यालय पत्रिका

विद्यार्थीयों की लेखन प्रतिभा को उजागर करने के लिए महाविद्यालय द्वारा पत्रिका प्रकाशित की जाती है। इस पत्रिका में छात्र/छात्राऐं अपने लेख कविता आदि प्रकाशित करवा सकते हैं। उत्कृष्ट छात्र/छात्राओं के फोटोग्राफ व योगदान को पत्रिका में भी प्रकाशित किया जाता है।

वि.वि. परीक्षा

महाविद्यालय में समस्त पंजीकृत छात्र-छात्राओं को डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा की परीक्षा में सम्मिलित होना अनिवार्य है। जो छात्र-छात्राऐं परीक्षा में सम्मिलित नहीं होंगे उन्हें महाविद्यालय में पुनः प्रवेश देना सम्भव नहीं होगा क्योंकि उन्हें भी अनुत्तीर्ण माना जायेगा। शान्तिपूर्वक तथा नकल मुक्त परीक्षाओं के सफल संचालन हेतु इस महाविद्यालय की ख्याति विशेका रूप से सराहनीय रही है। वर्तमान में विश्वविधलय द्वारा ऑनलाइन आवेदन करने की व्यवस्था है। विद्यार्थी सही स्पेलिंग सहित डाटा भरेगे तभी सही अंक तालिका विश्वविद्यालय से प्राप्त होगी । अतः सेम्पल फार्म में सभी प्रविष्टियां सही भरें। सेम्पल फार्म भरने के बाद मूल आवेदन पत्र 4 प्रतियों में भरा जायेगा । एक प्रति छात्र/छात्रा को प्रदान की जाती है।

राष्ट्रीय सेवा योजना

मानव संसाधन विकास मंत्रालय (युवा कार्य और खेल विभाग) द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना का संचालन किया जाता है। इस महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की एक इकाई सृजित है जिसका संचालन कार्यक्रम अधिकारी के निर्देशन में किया जाता है। राष्ट्रीय सेवा योजना की इस इकाई के अन्तर्गत महाविद्यालय में प्रवेश पाने वाले 100 छात्र/छात्राओं का पंजीकरण योग्यता तथा कार्यक्षमता के आधार पर दो वर्ष के लिए किया जाता है। प्रत्येेक छात्र/छात्रा को सामान्य कार्यक्रम मे 120 घण्टे पूरे करने आवश्यक है। इनमें से 50 छात्र/छात्राअेां द्वारा सात दिवसीय शिविर में प्रतिभाग किया जाता है। इस योजना में पंजीकरण प्रवेश प्रक्रिया के बाद कार्यक्रम अधिकारी द्वारा किये जाते हैं। इस योजना का मूल उद्देश्य समाज सेवा के माध्यम से राष्ट्र के युवकों को प्रशिक्षित करना, छात्रों का आत्म विश्वास जागृत करना तथा उन्हें सृजनात्मक कायों में लगाना है अल्प-बचत, प्रौढ़ शिक्षा, पोलियो उन्मूलन, स्वास्थ्य शिविर, मतदाता जागरूकता, आपदा सहायता, पर्यावरण सन्तुलन, प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा, कुटीर उद्योग, प्रदर्शनी, वृक्षारोपण, सामाजिक कुरीतियों का निवारण तथा श्रमदान शिविर के मुख्य आकर्षण होते है। विद्यार्थियों व समाज में भाईचारा एवं मेलमिलाप की शिक्षा देना राष्ट्रीय सेवा योजना के मुख्य उद्देश्य है।

शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद

महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं के शारीरिक विकास के लिए विभिन्न प्रकार के खेलों की व्यवस्था है, जिनका संचालन महाविद्यालय में क्रीड़ा प्रभारी की देखरेख में होता है। उत्तम खिलाड़ियों को विश्वविद्यालय क्रीड़ा प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु भेजा जाता है। विजयी प्रतियोगियों एवं दक्ष खिलाड़ियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये जाते हैं। नियमित रूप से वार्षिक क्रीड़ा समारोह का आयोजन किया जाता है। स्नातक (प्रथम वर्ष) की परीक्षा में शारीरिक शिक्षा का प्रश्न पत्र उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। महाविद्यालय में क्रिकेट, बैडमिन्टन, फुटबॉल, बॉलीबॉल, खोखो, ऊंची कूद, सभी प्रकार की दौड़ें, भाला फेंक, गोला फेंक आदि खेलों के आयोजन किये जाते हैं।

रोवर रेंजर्स

महाविद्यालय में रोवर-रेंजर इकाई संचालित है। भारत स्काउट/गाइड द्वारा संचालित इस इकाई के मुख्य उद्देश्य समाज में सद्भावना, पर्यावरण संरक्षण, प्राकृतिक सम्पदा की रक्षा, आपदा प्रबन्धन में सहायता, राष्ट्र रक्षा एवं स्वयं सेवक के रूप में कार्य करना है। छात्र रोवर्स में भाग लेते हैं और छात्रायें रेजर में भाग लेती है।

विभागीय परिषद

छात्र/छात्राओं की नैसर्गिक प्रतिभा को उजागर करने तथा व्यक्तिगत विकास करने के लिए महाविद्यालय में प्रत्येक विकाय में विभागीय परिषदों का गठन किया जाता है जिसमें योग्य एवं क्रियाशील विद्यार्थियों को स्थान दिया जाता है जो समय-समय पर शैक्षणिक सत्र में विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे - लेखन, भाषण, निबन्ध, शोधपत्र पाठन, चार्ट पोस्टर एवं मंचीय सांस्कृतिक अभिनय इत्यादि का आयोजन करती है जिससे छात्र/छात्राओं में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित होती है। सत्र के अन्त में सांस्कृतिक समारोह का आयोजन भी होता है जिसमें छात्र/छात्रायें अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। उत्कृष्ट सफल प्रतिभागियों को प्रमाण - पत्र एवं पुरस्कार वितरित किये जाते है।

छात्रवृत्ति तथा विद्यार्थी कल्याण परिषद्

महाविद्यालय में निर्धन मेधावी एवं प्रतिभाशाली छात्र/छात्राओं को शासन द्वारा छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। समाज कल्याण विभाग जाति एवं आय के आधार पर पिछडे़ वर्ग एवं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन-जातियों, सामान्य वर्ग, अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय के निर्धन एवं विकलांग छात्रों की सहायतार्थ निर्धन छात्र सहायता कोष की भी व्यवस्था है। छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के आवेदन-पत्र प्रवेश के बाद निर्धारित तिथि से पूर्व जमा करने होंगे। इसके साथ आय प्रमाण पत्र मूल रूप से जमा करना होगा। उ.प्र. शासन के शासनादेशों के अनुसार ही छात्र/छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। छात्रकल्याण कोष से धनराशि छात्र/छात्राओं के खाते में सीधे भेजी जाती है। इण्टर में प्रथम श्रेणी प्राप्त करने वाले छात्र/छात्रा के राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए कार्यालय से अलग से आवेदन पत्र प्रेषित किये जायेंगे।

समारोह

महाविद्यालय में प्रतिवर्ष विभिन्न राष्ट्रीय पर्वों एवं अन्य अवसरों पर समारोह आयोजित किये जाते है। महाविद्यालय में छात्र/छात्राएं उन समारोहों में रंगारंग कार्यक्र्म प्रस्तुत करते हैं। वार्षिक क्रीड़ा समारोह का आयोजन नियमित रूप से किया जाता है। विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को वार्षिक समारोह में पुरस्कृत किया जाता है। महाविद्यालय की छात्र/छात्राओं की नैसर्गिग प्रतिभाओं को उजागर करने के उद्देश्य से नियमित रूप से युवा महोत्सव आयोजित किया जाता है जिसके अन्तर्गत मेंहदी, रंगोली, सलाद, पुष्प, साज, सृज्जा, सजावट, गायन, अन्ताक्षरी, क्विज, वाद-विवाद प्रतियोगिता, ग्रुप डिस्कशन, नुक्कड़ नाटक, कार्टून प्रतियोगिता, भाषा तथा निबन्ध आदि प्रतियोगिताएं सफलतापूर्वक आयोजित की जाती रही है। जिनसे महाविद्यालय ने इस परिक्षेत्र में अपनी प्रभावी पहचान बनायी है।

वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार समारोह

सत्र के अन्त में महाविद्यालय में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर वर्ष-पर्यन्त विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को एवं परीक्षाओं में श्रेष्ठतम अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को प्रमाण पत्र के साथ पुरस्कृत किया जाता है।

वाहन स्थल

महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के वाहनों के रख-रखाव हेतु स्थान निश्चित किया गया है। जहां विद्यार्थियों द्वारा निजी उत्तरदायित्व पर वाहन खड़ा किया जाना अनिवार्य है। विद्यार्थियों के लिए महाविद्यालय प्रांगण में किसी भी प्रकार का वाहन चलाना एवं उसको वाहन-स्थल के अतिरिक्त कहीं अन्य स्थान पर खड़ा करना पूर्णतया वर्जित है। नियत स्थान के अतिरिक्त महाविद्यालय में अन्य किसी स्थान पर वाहन खड़ा पाये जाने की स्थिति में अर्थ दण्ड दिया जायेगा ।

चरित्र प्रमाण पत्र

चरित्र प्रमाण पत्र प्राप्त करने का अधिकारी केवल वह है जो महाविद्यालय में न्यूनतम छूः माह अध्ययन कर चुका हो। सामान्यतः चरित्र प्रमाण पत्र आवेदन करने के तीसरे दिन दिया जाता है।

गणवेश (यूनीफार्म)

बाह्रय छात्रों द्वारा कक्षा में आकर बैठ जाने अथवा महाविद्यालय का अनुशासन भंग करने की विगत सत्रों की घटनाओं को देखते हुए महाविद्यालय प्रशासन द्वारा सत्र 2015-2016 से सभी छात्रों के लिए कॉलेज में निर्धारित वेशभूषा में आना अनिवार्य कर दिया गया है। अतः छात्रों हेतु निम्नवत यूनीफार्म पहनना अनिवार्य होगा। अन्यथा उन्हें कक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी ।